नमस्कार दोस्तों,
krishna quotes in sanskrit:- अगर आप मेरी तरह श्रीकृष्ण के भक्त हैं और चाहते हैं कि आपकी डिजिटल उपस्थिति में भी उनकी दिव्य शिक्षाएं झलकें, तो आप सही जगह पर हैं। Instagram Bio में संस्कृत के Krishna Quotes को जोड़ना न केवल आपके प्रोफाइल को खास बनाता है, बल्कि उसमें आध्यात्मिक गहराई भी जोड़ता है।
मैंने महसूस किया है कि जीवन में श्रीकृष्ण की शिक्षाओं को अपनाने से हर दिन सकारात्मकता और नई ऊर्जा मिलती है। यही कारण है कि मैंने अपने लिए कुछ खास krishna quotes in sanskrit चुने हैं, जिन्हें मैं अपने Instagram Bio में जोड़कर जीवन में प्रेरणा लेता हूँ।
Table of Contents
यहाँ आपके लिए भी 50+ संस्कृत में Krishna Quotes हैं, जो आपकी इंस्टाग्राम प्रोफाइल को एक अनोखा और आध्यात्मिक स्पर्श देंगे। मैंने इन्हें छह अलग-अलग श्रेणियों में विभाजित किया है, ताकि आप अपने मन के अनुरूप कोई भी चुन सकें।
श्रीकृष्ण की प्रेरणा को अपनी डिजिटल दुनिया का हिस्सा बनाएं और अपने हर दिन को नई दिशा दें
Krishna Quotes In Sanskrit
यदा यदा हि धर्मस्य ग्लानिर्भवति भारत।
अभ्युत्थानमधर्मस्य तदात्मानं सृजाम्यहम्॥
जब-जब धर्म का ह्रास होता है और अधर्म का उत्थान होता है, तब-तब मैं स्वयं की रचना करता हूँ।
कर्मण्येवाधिकारस्ते मा फलेषु कदाचन।
मा कर्मफलहेतुर्भूर्मा ते सङ्गोऽस्त्वकर्मणि॥
तुम्हारा अधिकार केवल कर्म करने में है, फल में कभी नहीं। इसलिए कर्म का फल तुम्हारा उद्देश्य न हो, और न ही तुम कर्म न करने में आसक्त हो।
सर्वधर्मान्परित्यज्य मामेकं शरणं व्रज।
अहं त्वां सर्वपापेभ्यो मोक्षयिष्यामि मा शुचः॥
सभी धर्मों का त्याग करके केवल मेरी शरण में आओ, मैं तुम्हें सभी पापों से मुक्त कर दूँगा, शोक मत करो।
योगः कर्मसु कौशलम्।
योग का अर्थ है कर्म में कुशलता।
समः शत्रौ च मित्रे च तथा मानापमानयोः।
शीतोष्णसुखदुःखेषु समः सङ्गविवर्जितः॥
जो मित्र और शत्रु के प्रति समान भाव रखता है, मान और अपमान में सम रहता है, तथा सुख-दुख, ठंड-गर्मी में समभाव रखता है, वह संन्यास में स्थित है।
अहमात्मा गुडाकेश सर्वभूताशयस्थितः।
अहमादिश्च मध्यं च भूतानामन्त एव च॥
हे अर्जुन! मैं सभी प्राणियों के हृदय में स्थित आत्मा हूँ, मैं ही सबका आदि, मध्य और अंत हूँ।
विद्या विनयसम्पन्ने ब्राह्मणे गवि हस्तिनि।
शुनि चैव श्वपाके च पण्डिताः समदर्शिनः॥
विद्या और विनय से सम्पन्न ब्राह्मण, गाय, हाथी, कुत्ते और चांडाल में पंडित समान दृष्टि रखते हैं।
उद्धरेदात्मनाऽत्मानं नात्मानमवसादयेत्।
आत्मैव ह्यात्मनो बन्धुरात्मैव रिपुरात्मनः॥
व्यक्ति को स्वयं अपना उद्धार करना चाहिए, और खुद को पतन की ओर नहीं ले जाना चाहिए। व्यक्ति स्वयं ही अपना मित्र है और स्वयं ही अपना शत्रु।
दुःखेष्वनुद्विग्नमना: सुखेषु विगतस्पृहः।
वीतरागभयक्रोधः स्थितधीर्मुनिरुच्यते॥
जो व्यक्ति दुख में विचलित नहीं होता और सुख में आसक्त नहीं होता, जो राग, भय और क्रोध से मुक्त है, वह स्थिर बुद्धि वाला मुनि कहलाता है।
अनन्याश्चिन्तयन्तो मां ये जनाः पर्युपासते।
तेषां नित्याभियुक्तानां योगक्षेमं वहाम्यहम्॥
जो लोग अनन्य भाव से मेरा ध्यान करते हैं और मेरी उपासना करते हैं, उनके योग और क्षेम का वहन मैं स्वयं करता हूँ।
Krishna Quotes In Sanskrit For Love
“प्रेम ही परमात्मा का वास्तविक स्वरूप है।”
Hindi Meaning: प्रेम ही भगवान का असली रूप है।
“राधे राधे जपो चले आएंगे बिहारी।”
Hindi Meaning: जो प्रेम से राधा का नाम जपते हैं, उनके पास श्रीकृष्ण स्वयं आ जाते हैं।
“प्रेम ही परमात्मा का सबसे मधुर उपहार है।”
Hindi Meaning: प्रेम ही भगवान का सबसे मीठा उपहार है।
“कृष्ण का प्रेम सर्वस्व है।”
Hindi Meaning: भगवान कृष्ण का प्रेम सब कुछ है।
“प्रेम ही परमात्मा तक पहुँचने का मार्ग है।”
Hindi Meaning: प्रेम ही भगवान तक पहुँचने का सबसे सच्चा मार्ग है।
“प्रेम से बढ़कर कुछ भी नहीं।”
Hindi Meaning: प्रेम से बड़ा संसार में कुछ भी नहीं है।
“प्रेम में समर्पण आवश्यक है।”
Hindi Meaning: सच्चे प्रेम में समर्पण अत्यावश्यक है।
“प्रेम जीवन का सार है।”
Hindi Meaning: प्रेम ही जीवन का वास्तविक सार है।
“प्रेम ही एकमात्र सच्चाई है।”
Hindi Meaning: प्रेम ही इस जगत की एकमात्र सच्चाई है।
“प्रेम में कोई शर्त नहीं होती।”
Hindi Meaning: प्रेम शर्तों के बिना ही पूर्ण होता है।
Krishna Quotes In Sanskrit About Life
“कर्मण्येवाधिकारस्ते मा फलेषु कदाचन।
मा कर्मफलहेतुर्भूर्मा ते सङ्गोऽस्त्वकर्मणि॥”
Hindi Meaning: तुम्हारा अधिकार केवल कर्म करने में है, उसके फल में नहीं। इसलिए कर्म का फल तुम्हारा उद्देश्य न हो, और न ही तुम कर्म न करने में आसक्त हो।
“योगः कर्मसु कौशलम्।”
Hindi Meaning: योग का अर्थ है कर्म में कुशलता।
“सुखदुःखे समे कृत्वा लाभालाभौ जयाजयौ।
ततो युद्धाय युज्यस्व नैवं पापमवाप्स्यसि॥”
Hindi Meaning: सुख-दुख, लाभ-हानि और जय-पराजय को समान मानकर अपने कर्तव्य का पालन करो, इससे तुम्हें कोई पाप नहीं लगेगा।
“न हि कश्चित्क्षणमपि जातु तिष्ठत्यकर्मकृत्।
कार्यते ह्यवशः कर्म सर्वः प्रकृतिजैर्गुणैः॥”
Hindi Meaning: कोई भी व्यक्ति क्षण भर भी बिना कर्म किए नहीं रह सकता; क्योंकि प्रकृति द्वारा उत्पन्न गुण सभी को कर्म करने के लिए बाध्य करते हैं।
“उद्धरेदात्मनाऽत्मानं नात्मानमवसादयेत्।
आत्मैव ह्यात्मनो बन्धुरात्मैव रिपुरात्मनः॥”
Hindi Meaning: व्यक्ति को स्वयं अपना उद्धार करना चाहिए, और खुद को पतन की ओर नहीं ले जाना चाहिए। व्यक्ति स्वयं ही अपना मित्र है और स्वयं ही अपना शत्रु।
“आत्मन्येवात्मना तुष्टः स्थितप्रज्ञस्तदोच्यते।”
Hindi Meaning: जो आत्मा में ही संतुष्ट रहता है, वह स्थिर बुद्धि वाला कहलाता है।
“विहाय कामान्यः सर्वान्पुमांश्चरति निःस्पृहः।
निर्ममो निरहंकारः स शान्तिमधिगच्छति॥”
Hindi Meaning: जो व्यक्ति सभी इच्छाओं का त्याग करके निःस्पृह, ममता और अहंकार रहित होकर जीवन व्यतीत करता है, वह शांति प्राप्त करता है।
“अहिंसा सत्यमक्रोधस्त्यागः शान्तिरपैशुनम्।
दया भूतेष्वलोलुप्त्वं मार्दवं ह्रीरचापलम्॥”
Hindi Meaning: अहिंसा, सत्य, अक्रोध, त्याग, शांति, छल-कपट का अभाव, प्राणियों के प्रति दया, निर्लिप्तता, कोमलता, लज्जा और अचलता – ये सब जीवन के गुण हैं।
“अनन्याश्चिन्तयन्तो मां ये जनाः पर्युपासते।
तेषां नित्याभियुक्तानां योगक्षेमं वहाम्यहम्॥”
Hindi Meaning: जो लोग अनन्य भाव से मेरा ध्यान करते हैं और मेरी उपासना करते हैं, उनके योग और क्षेम का वहन मैं स्वयं करता हूँ।
“जातस्य हि ध्रुवो मृत्युर्ध्रुवं जन्म मृतस्य च।
तस्मादपरिहार्येऽर्थे न त्वं शोचितुमर्हसि॥”
Hindi Meaning: जो जन्मा है, उसकी मृत्यु निश्चित है, और जो मरा है, उसका पुनः जन्म भी निश्चित है। इसलिए जिसे टाला नहीं जा सकता, उसके लिए शोक नहीं करना चाहिए।
Krishna Quotes In Sanskrit About Wisdom
“ज्ञानेन तु तदज्ञानं येषां नाशितमात्मनः।
तेषामादित्यवज्ज्ञानं प्रकाशयति तत्परम्॥”
Hindi Meaning: जिनके अज्ञान को आत्मज्ञान के द्वारा नष्ट कर दिया गया है, उनके लिए वह ज्ञान सूर्य की तरह प्रकाशमान हो जाता है।
“विद्या विनयसम्पन्ने ब्राह्मणे गवि हस्तिनि।
शुनि चैव श्वपाके च पण्डिताः समदर्शिनः॥”
Hindi Meaning: विद्या और विनय से सम्पन्न ब्राह्मण, गाय, हाथी, कुत्ते और चांडाल में पंडित समान दृष्टि रखते हैं।
“न हि ज्ञानेन सदृशं पवित्रमिह विद्यते।
तत्स्वयं योगसंसिद्धः कालेनात्मनि विन्दति॥”
Hindi Meaning: इस संसार में ज्ञान के समान पवित्र कोई चीज नहीं है। जो योग द्वारा सिद्ध हो जाता है, वह इसे समय के साथ अपने भीतर प्राप्त कर लेता है।
“मन्मना भव मद्भक्तो मद्याजी मां नमस्कुरु।
मामेवैष्यसि सत्यं ते प्रतिजाने प्रियोऽसि मे॥”
Hindi Meaning: मन, बुद्धि और समर्पण मुझमें लगाकर मेरी भक्ति करो, मेरी उपासना करो और मुझे प्रणाम करो। ऐसा करने से तुम निश्चित रूप से मेरे पास आओगे, क्योंकि तुम मुझे प्रिय हो।
“ध्यानात् ज्ञानं लभते पाण्डव।”
Hindi Meaning: ध्यान के माध्यम से व्यक्ति ज्ञान प्राप्त करता है।
“योगस्थः कुरु कर्माणि संगं त्यक्त्वा धनंजय।
सिद्ध्यसिद्ध्योः समो भूत्वा समत्वं योग उच्यते॥”
Hindi Meaning: योग में स्थिर रहकर, आसक्ति का त्याग करके कर्म करो। सफलता और असफलता में समान रहो, यही समत्व को योग कहा गया है।
“ज्ञानी त्वात्मैव मे मतम्।”
Hindi Meaning: ज्ञानी व्यक्ति को मैं स्वयं मानता हूँ।
“तद्विद्धि प्रणिपातेन परिप्रश्नेन सेवया।
उपदेक्ष्यन्ति ते ज्ञानं ज्ञानिनस्तत्त्वदर्शिनः॥”
Hindi Meaning: इस ज्ञान को विनम्रता, प्रश्न और सेवा के द्वारा जानो, क्योंकि तत्वज्ञानी तुम्हें यह ज्ञान प्रदान करेंगे।
“बुद्धियुक्तो जहातीह उभे सुकृतदुष्कृते।
तस्माद्योगाय युज्यस्व योगः कर्मसु कौशलम्॥”
Hindi Meaning: बुद्धि से युक्त व्यक्ति इस जीवन में पुण्य और पाप दोनों को त्याग देता है। इसलिए योग में स्थिर हो जाओ, क्योंकि योग ही कर्मों में कुशलता है।
“श्रद्धावाँल्लभते ज्ञानं तत्परः संयतेन्द्रियः।
ज्ञानं लब्ध्वा परां शान्तिमचिरेणाधिगच्छति॥”
Hindi Meaning: श्रद्धावान, संयमी और तत्पर व्यक्ति ज्ञान को प्राप्त करता है। ज्ञान प्राप्त करने के बाद, वह शीघ्र ही परम शांति को प्राप्त कर लेता है।
Krishna Quotes In Sanskrit About Devotion
“अनन्याश्चिन्तयन्तो मां ये जनाः पर्युपासते।
तेषां नित्याभियुक्तानां योगक्षेमं वहाम्यहम्॥”
Hindi Meaning: जो लोग अनन्य भाव से मेरा ध्यान करते हैं और मेरी उपासना करते हैं, उनके योग और क्षेम का वहन मैं स्वयं करता हूँ।
“पत्रम् पुष्पं फलम् तोयं यो मे भक्त्या प्रयच्छति।
तदहम् भक्त्युपहृतम् अश्नामि प्रयतात्मनः॥”
Hindi Meaning: जो भी व्यक्ति मुझे प्रेम और भक्ति से एक पत्ता, फूल, फल या जल अर्पित करता है, मैं उसकी शुद्ध हृदय से दी गई भेंट को स्वीकार करता हूँ।
“मन्मना भव मद्भक्तो मद्याजी मां नमस्कुरु।
मामेवैष्यसि सत्यं ते प्रतिजाने प्रियोऽसि मे॥”
Hindi Meaning: मन, बुद्धि और समर्पण मुझमें लगाकर मेरी भक्ति करो, मेरी उपासना करो और मुझे प्रणाम करो। ऐसा करने से तुम निश्चित रूप से मेरे पास आओगे, क्योंकि तुम मुझे प्रिय हो।
“सर्वधर्मान्परित्यज्य मामेकं शरणं व्रज।
अहं त्वां सर्वपापेभ्यो मोक्षयिष्यामि मा शुचः॥”
Hindi Meaning: सभी धर्मों का त्याग करके केवल मेरी शरण में आओ, मैं तुम्हें सभी पापों से मुक्त कर दूँगा, शोक मत करो।
“यो भक्तः स मे प्रियः।”
Hindi Meaning: जो भक्त है, वही मुझे प्रिय है।
“अहं सर्वस्य प्रभवो मत्तः सर्वं प्रवर्तते।
इति मत्वा भजन्ते मां बुधा भावसमन्विताः॥”
Hindi Meaning: मैं सबका मूल कारण हूँ, और सब मुझसे ही प्रकट होता है। इसे जानकर, ज्ञानी व्यक्ति भक्ति से मेरे प्रति समर्पित रहते हैं।
“त्वमेव माता च पिता त्वमेव।
त्वमेव बन्धुश्च सखा त्वमेव॥”
Hindi Meaning: आप ही मेरी माता, पिता, बंधु और सखा हैं।
“यत्करोषि यदश्नासि यज्जुहोषि ददासि यत्।
यत्तपस्यसि कौन्तेय तत्कुरुष्व मदर्पणम्॥”
Hindi Meaning: जो कुछ भी तुम करते हो, खाते हो, अर्पित करते हो, या तपस्या करते हो, वह सब मेरे अर्पण में करो।
“भक्त्या तु अनन्यया शक्य अहम् एवंविधोऽर्जुन।
ज्ञातुं द्रष्टुं च तत्त्वेन प्रवेष्टुं च परन्तप॥”
Hindi Meaning: अनन्य भक्ति से ही, हे अर्जुन, मुझे इस प्रकार जानना, देखना और मेरी वास्तविकता में प्रवेश करना संभव है।
“तस्मात्सर्वेषु कालेषु मामनुस्मर युध्य च।
मय्यर्पितमनोबुद्धिर्मामेवैष्यस्यसंशयः॥”
Hindi Meaning: इसलिए सभी समय में मेरा स्मरण करते हुए युद्ध करो। जो मन और बुद्धि को मुझमें अर्पित करता है, वह निश्चित रूप से मुझ तक पहुँचता है, इसमें कोई संदेह नहीं।
Krishna Quotes In Sanskrit About Peace
“शान्तिः परमं सुखम्।”
Hindi Meaning: शांति ही परम सुख है।
“दुःखेष्वनुद्विग्नमना: सुखेषु विगतस्पृहः।
वीतरागभयक्रोधः स्थितधीर्मुनिरुच्यते॥”
Hindi Meaning: जो व्यक्ति दुख में विचलित नहीं होता और सुख में आसक्त नहीं होता, जो राग, भय और क्रोध से मुक्त है, वह स्थिर बुद्धि वाला मुनि कहलाता है।
“यदा संहरते चायं कूर्मोऽङ्गानीव सर्वशः।
इन्द्रियाणीन्द्रियार्थेभ्यस्तस्य प्रज्ञा प्रतिष्ठिता॥”
Hindi Meaning: जिस प्रकार कछुआ अपने अंगों को समेट लेता है, उसी प्रकार जो व्यक्ति अपने इन्द्रियों को इन्द्रियार्थों से दूर कर लेता है, उसकी बुद्धि स्थिर रहती है।
“नास्ति बुद्धिरयुक्तस्य न चायुक्तस्य भावना।
न चाभावयतः शान्तिरशान्तस्य कुतः सुखम्॥”
Hindi Meaning: असंयमी व्यक्ति की बुद्धि स्थिर नहीं होती, ऐसे व्यक्ति में भावना नहीं होती और भावना रहित व्यक्ति को शांति नहीं मिलती। शांति के बिना सुख कहाँ से आएगा?
“विहाय कामान्यः सर्वान्पुमांश्चरति निःस्पृहः।
निर्ममो निरहंकारः स शान्तिमधिगच्छति॥”
Hindi Meaning: जो सभी इच्छाओं का त्याग करके निःस्पृह, ममता और अहंकार रहित होकर जीवन व्यतीत करता है, वह शांति प्राप्त करता है।
“श्रीभगवानुवाच: प्रसादे सर्वदुःखानां हानिरस्योपजायते।
प्रसन्नचेतसो ह्याशु बुद्धिः पर्यवतिष्ठते॥”
Hindi Meaning: भगवान ने कहा: जब मन प्रसन्न होता है, तो सभी दुःखों का नाश हो जाता है, और प्रसन्नचित्त व्यक्ति की बुद्धि शीघ्र ही स्थिर हो जाती है।
“सर्वभूतस्थमात्मानं सर्वभूतानि चात्मनि।
ईक्षते योगयुक्तात्मा सर्वत्र समदर्शनः॥”
Hindi Meaning: जो व्यक्ति योग में स्थित है और सभी प्राणियों में आत्मा को और आत्मा में सभी प्राणियों को देखता है, वह सर्वत्र समान दृष्टि रखता है।
“अनाश्रितः कर्मफलं कार्यं कर्म करोति यः।
स संन्यासी च योगी च न निरग्निर्न चाक्रियः॥”
Hindi Meaning: जो व्यक्ति कर्म के फल की इच्छा न रखते हुए अपना कर्तव्य पूरा करता है, वह सच्चा संन्यासी और योगी है।
“तुल्यनिन्दास्तुतिर्मौनी सन्तुष्टो येन केनचित्।
अनिकेतः स्थिरमतिर्भक्तिमान्मे प्रियो नरः॥”
Hindi Meaning: जो व्यक्ति निंदा और स्तुति में समान भाव रखता है, मितभाषी है, किसी भी परिस्थिति में संतुष्ट रहता है, स्थिर बुद्धि वाला और भक्ति में स्थिर है, वह मुझे प्रिय है।
“अहिंसा सत्यमक्रोधस्त्यागः शान्तिरपैशुनम्।
दया भूतेष्वलोलुप्त्वं मार्दवं ह्रीरचापलम्॥”
Hindi Meaning: अहिंसा, सत्य, अक्रोध, त्याग, शांति, छल-कपट का अभाव, प्राणियों के प्रति दया, निर्लिप्तता, कोमलता, लज्जा और अचलता – ये सब शांति के गुण हैं।
Krishna Quotes In Sanskrit About Courage
“धर्मक्षेत्रे कुरुक्षेत्रे समवेता युयुत्सवः।
मामकाः पाण्डवाश्चैव किमकुर्वत सञ्जय॥”
Hindi Meaning: धर्मभूमि कुरुक्षेत्र में एकत्र होकर युद्ध के लिए तैयार, पांडवों और कौरवों ने क्या किया, यह बताओ, संजय।
“सर्वधर्मान्परित्यज्य मामेकं शरणं व्रज।
अहं त्वां सर्वपापेभ्यो मोक्षयिष्यामि मा शुचः॥”
Hindi Meaning: सभी धर्मों का त्याग करके मेरी शरण में आओ। मैं तुम्हें सभी पापों से मुक्त कर दूँगा, इसलिए शोक मत करो।
“कर्मण्येवाधिकारस्ते मा फलेषु कदाचन।
मा कर्मफलहेतुर्भूर्मा ते सङ्गोऽस्त्वकर्मणि॥”
Hindi Meaning: तुम्हारा अधिकार केवल कर्म करने में है, उसके फल में नहीं। इसलिए कर्म का फल तुम्हारा उद्देश्य न हो।
“तस्माद्योगाय युज्यस्व योगः कर्मसु कौशलम्।”
Hindi Meaning: इसलिए योग में स्थिर हो जाओ, क्योंकि योग ही कर्मों में कुशलता है।
“वीर्यं मे वैर्यं परं मम।”
Hindi Meaning: मेरी वीरता ही मेरी श्रेष्ठता है।
“सुखदुःखे समे कृत्वा लाभालाभौ जयाजयौ।
ततो युद्धाय युज्यस्व नैवं पापमवाप्स्यसि॥”
Hindi Meaning: सुख-दुख, लाभ-हानि और जय-पराजय को समान मानकर अपने कर्तव्य का पालन करो, इससे तुम्हें कोई पाप नहीं लगेगा।
“न हि ज्ञानेन सदृशं पवित्रमिह विद्यते।
तत्स्वयं योगसंसिद्धः कालेनात्मनि विन्दति॥”
Hindi Meaning: इस संसार में ज्ञान के समान पवित्र कोई चीज नहीं है। जो योग द्वारा सिद्ध हो जाता है, वह इसे समय के साथ अपने भीतर प्राप्त कर लेता है।
“योगस्थः कुरु कर्माणि संगं त्यक्त्वा धनंजय।
सिद्ध्यसिद्ध्योः समो भूत्वा समत्वं योग उच्यते॥”
Hindi Meaning: योग में स्थिर रहकर, आसक्ति का त्याग करके कर्म करो। सफलता और असफलता में समान रहो, यही समत्व को योग कहा गया है।
“अहिंसा परमोधर्मः।”
Hindi Meaning: अहिंसा ही सबसे बड़ा धर्म है।
Krishna quotes in Sanskrit about love and compassion
“सर्वभूतानि संविज्ञाय कर्मणां यान्ति मयि।
मम हृदयं सदा प्रेम्णा समर्पितम्॥”
Hindi Meaning: सभी प्राणियों को समझते हुए, मैं अपने हृदय को सदा प्रेम से समर्पित करता हूँ।
“प्यारे भक्तानां चित्ते सदा बसी रहो तुम।
प्रेम और करुणा से युक्त, मैं तुममें निवास करता हूँ॥”
Hindi Meaning: प्यारे भक्तों के हृदय में सदा निवास करें, प्रेम और करुणा से युक्त होकर मैं तुममें वास करता हूँ।
“यद्भविष्यति तद्वक्तुं, प्रेम से भरी वाणी।
करुणा से असीम प्रेम, हर जीव का जीवन है॥”
Hindi Meaning: जो कुछ भी होगा, उसे प्रेम से कहा जाए। करुणा और असीम प्रेम हर जीव का जीवन है।
“स्नेहेन तिष्ठति सर्वत्र, भक्तों की आत्मा में।
करुणामय मैं कृष्ण, प्रेम से भरा हूँ॥”
Hindi Meaning: स्नेह से सभी जगह, भक्तों की आत्मा में मैं निवास करता हूँ। करुणामय कृष्ण प्रेम से भरा हुआ है।
“भक्तोऽस्मि सदा हृदयस्य, करुणा से आप्लुत।
स्नेह और प्रेम से भरा, हर जीव का सुखदायक॥”
Hindi Meaning: मैं सदा भक्तों का हूँ, करुणा से परिपूर्ण। स्नेह और प्रेम से भरा हुआ, हर जीव के लिए सुखदायक हूँ।
“प्रेमे चित्तं मनोऽस्मिन्हि, करुणा हृदयस्य जिव।
स्नेहपात्रं भजत श्रीकृष्णं, करुणापूरित जीवन॥”
Hindi Meaning: प्रेम से भरा चित्त और करुणा से भरा हृदय, श्रीकृष्ण की सेवा करने वाला, करुणापूरित जीवन जीता है।
“भक्त्या सदा भक्तिहीनः, करुणा पाताली वश।
प्रेम के कणों से खिलता, जीवन का हर एक कण॥”
Hindi Meaning: भक्ति से वंचित, करुणा से पूर्ण। प्रेम के कणों से खिलता हर एक जीवन।
“सर्वप्राणिसुखं प्राप्य, करुणायाः प्रियं हृदये।
प्रेम के रस में मग्न, मैं हूँ सदा करुणामय॥”
Hindi Meaning: सभी प्राणियों के सुख को प्राप्त करके, हृदय में करुणा का प्रियता। प्रेम के रस में मग्न होकर, मैं सदा करुणामय हूँ।
“सुखदायकं प्रेम, करुणा का अद्वितीय।
सबका पालन करने वाला, मैं श्रीकृष्ण हूँ सदा॥”
Hindi Meaning: सुखदायक प्रेम और करुणा का अद्वितीय रूप, मैं श्रीकृष्ण हूँ, सबका पालन करने वाला।
“सर्वे भवन्तु सुखिनः, प्रेम से भरे दिल से।
करुणा का संचार कर, मैं सबके साथ हूँ सदा॥”
Hindi Meaning: सभी सुखी हों, प्रेम से भरे दिल से। करुणा का संचार करके, मैं सबके साथ हूँ सदा।
निष्कर्ष
भगवान श्री कृष्ण की शिक्षाएँ प्रेम, करुणा, साहस और शांति के महत्वपूर्ण पहलुओं को उजागर करती हैं। उनका जीवन और उपदेश हमें सिखाते हैं कि प्रेम और करुणा के साथ जीना ही सच्ची मानवता है। हम सभी को अपने जीवन में इन गुणों को अपनाना चाहिए और दूसरों के प्रति सहानुभूति दिखानी चाहिए। जब हम करुणा और प्रेम से भरे रहते हैं, तो न केवल हम अपने जीवन में खुश रह सकते हैं, बल्कि दूसरों के जीवन में भी सकारात्मकता ला सकते हैं।
सामान्य प्रश्न (FAQ)
1. भगवान श्री कृष्ण की प्रमुख शिक्षाएँ क्या हैं?
उत्तर: भगवान श्री कृष्ण की प्रमुख शिक्षाएँ धर्म, प्रेम, करुणा, साहस और आत्मज्ञान पर आधारित हैं। उन्होंने सिखाया कि सभी प्राणियों के प्रति प्रेम और करुणा रखना चाहिए और अपने कर्तव्यों का पालन करते हुए फल की इच्छा नहीं करनी चाहिए।
2. भगवान श्री कृष्ण की पूजा कैसे करें?
उत्तर: भगवान श्री कृष्ण की पूजा करने के लिए आप उन्हें फूल, मिठाई, फल और जल अर्पित कर सकते हैं। नियमित रूप से भजन, कीर्तन और पाठ करना भी उनकी पूजा का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। ध्यान और साधना के माध्यम से भी आप उनकी कृपा प्राप्त कर सकते हैं।
3. श्री कृष्ण का प्रेम और करुणा का संदेश क्या है?
उत्तर: श्री कृष्ण का प्रेम और करुणा का संदेश यह है कि हमें सभी जीवों के प्रति सहानुभूति और दया रखनी चाहिए। प्रेम में कोई भेदभाव नहीं होता और यह हमें एकजुट करता है। वे सिखाते हैं कि प्रेम से बड़ी कोई शक्ति नहीं है।
4. श्री कृष्ण के उपदेशों का जीवन में उपयोग कैसे करें?
उत्तर: श्री कृष्ण के उपदेशों का जीवन में उपयोग करने के लिए हमें अपने कर्तव्यों का पालन करते हुए हर स्थिति में संतुलन बनाए रखना चाहिए। हमें अपने विचारों और कार्यों में करुणा और प्रेम को प्राथमिकता देनी चाहिए। कठिनाईयों का सामना साहस के साथ करना चाहिए।
5. क्या श्री कृष्ण की उपासना सभी धर्मों के लिए है?
उत्तर: जी हाँ, श्री कृष्ण की उपासना सभी धर्मों के लिए है। उनकी शिक्षाएँ और संदेश सार्वभौमिक हैं और सभी मानवता के लिए मार्गदर्शन प्रदान करते हैं। उनके प्रति भक्ति और श्रद्धा सभी के लिए समान रूप से महत्वपूर्ण है।