पहले दिन का पीला रंग खुशी, चमक और ऊर्जा का प्रतीक है। इसे देवी शैलपुत्री के साथ जोड़ा गया है।
दूसरे दिन हरा रंग उन्नति, सद्भाव और नई शुरुआत का प्रतीक है। यह देवी ब्रह्मचारिणी से जुड़ा है।
तीसरे दिन का धूसर रंग स्थिरता और शक्ति का प्रतीक है। इसे देवी चंद्रघंटा से जोड़ा गया है।
चौथे दिन नारंगी रंग उत्साह, गर्माहट और ऊर्जा का प्रतीक है। यह देवी कूष्मांडा के साथ जुड़ा है।
पांचवे दिन सफेद रंग शांति और पवित्रता का प्रतीक है। यह देवी स्कंदमाता से जुड़ा हुआ है।
छठे दिन लाल रंग शक्ति और जुनून का प्रतीक है। इसे देवी कात्यायनी के साथ जोड़ा गया है।
सातवें दिन का शाही नीला रंग रॉयल्टी, सुंदरता और संपन्नता का प्रतीक है। इसे देवी कालरात्रि से जोड़ा गया है।
आठवें दिन का गुलाबी रंग करुणा, प्रेम और सद्भाव का प्रतीक है। इसे देवी महागौरी के साथ जोड़ा गया है।
नौवें दिन का बैंगनी रंग आध्यात्मिकता, महत्वाकांक्षा और समृद्धि का प्रतीक है। इसे देवी सिद्धिदात्री के साथ जोड़ा गया है।
हर दिन का रंग सिर्फ त्योहार को नहीं सजाता, बल्कि उस दिन से जुड़ी देवी के गुणों को भी याद दिलाता है।